भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त | अन्य चुनाव आयुक्त | अनुच्छेद | वेतन | प्रथम चुनाव आयुक्त | नियुक्ति | मुख्य चुनाव आयुक्तों की सूची |
वर्तमान में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार है। वें 26 वे मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में अपना कार्य भर 19 फरवरी, 2025 को संभाला है। मुख्य चुनाव आयुक्त के अलाबा दो अन्य भुनाव आयुक्त (1) सुखवीर सिंह संधू (2) डॉ विवेक जोशी है।
भारत के चुनाव आयुक्त कितने अजुच्छेद में है ?
भारतीय संविधान के भाग 15 और अनुच्छेद 324 से 329 में निर्वाचन से सम्बंधित उपबंध वर्णित है। शुरुआत में निर्वाचन आयोग एक सदस्यीय था, लेकिन अक्टूवर 1993 में इसे तीन सदस्यीय बना दिया गया।
भारत के चुनाव आयुक्त की नियुक्ति कौन करता है ?
विर्वाचन आयुक्त एक संवैधानिक पद है अर्थात, इसके पद का उल्लेख संविधान में है। मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त की नियुक्त राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है। लेकिन इसे हटाने का अधिकार राष्ट्रपति को नहीं है। महाभियोग जैसी प्रक्रियाओं के द्वारा ही इन्हे हटाया जा सकता है। मुख्य चुनाव आयुक्त का दर्जा सर्वोच्च न्यायालय के न्याधीश के बराबर है। मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों का वेतन और भत्ते भारत के संचित निधि से दिया जाता है। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त का वेतन 2,50,000 रूपये है।
मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल ?
मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 6 वर्ष एक 65 वर्ष की आयु जी भी पहले हो तब तक अपने पद पर बने रहेंगे। जबकि अन्य चुनाव आयुक्त कार्यकाल 6 वर्ष या 62 वर्ष की आयु जो भी पहले हो तब तक अपने पद पर रहते है।
भारत के प्रथम चुनाव आयुक्त कौन थे ?
भारत के पहले चुनाव आयुक्त श्री सुकुमार सेन (Shri Sukumar Sen) थे। उन्होंने 21 मार्च 1950 को इस पद की जिम्मेदारी संभाली और 1950 से 1958 तक इस पद पर रहे। श्री सेन ने भारत में पहले आम चुनाव (1951-52) का सफलतापूर्वक संचालन किया, जो दुनिया के इतिहास में सबसे बड़े लोकतांत्रिक चुनावों में से एक था।
श्री सुकुमार सेन का योगदान
- पहले आम चुनाव का संचालन: 1951-52 के आम चुनाव में लगभग 17 करोड़ मतदाताओं ने भाग लिया। इस चुनाव को संचालित करने के लिए श्री सेन ने एक व्यवस्थित और पारदर्शी प्रक्रिया विकसित की।
- मतदाता पहचान पत्र की शुरुआत: श्री सेन ने मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित करने के लिए मतदाता पहचान पत्र (Voter ID) की अवधारणा को लागू किया।
- चुनावी सुधार: उन्होंने चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए कई सुधार किए।
श्री सुकुमार सेन का योगदान भारतीय लोकतंत्र की नींव को मजबूत करने में अहम रहा है।
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्तों की सूची:-
1951 ई. से 1925 तक कुल 26 मुख्य चुनाव आयुक्त हुए है, जिनकी सूची इस प्रकार है:-
क्रम | नाम | कार्यकाल |
1 | सुकुमार सेन | 21 मार्च 1950 – 19 दिसंबर 1958 |
2 | के.वी.के. सुंदरम | 20 दिसंबर 1958 – 30 सितंबर 1967 |
3 | एस.पी. सेन वर्मा | 1 अक्टूबर 1967 – 30 सितंबर 1972 |
4 | डॉ. नागेंद्र सिंह | 1 अक्टूबर 1972 – 6 फरवरी 1973 |
5 | टी. स्वामीनाथन | 7 फरवरी 1973 – 17 जून 1977 |
6 | एस.एल. शकधर | 18 जून 1977 – 17 जून 1982 |
7 | आर.के. त्रिवेदी | 18 जून 1982 – 31 दिसंबर 1985 |
8 | आर.वी.एस. पेरी शास्त्री | 1 जनवरी 1986- 25 नवंबर 1990 |
9 | वी.एस. रमादेवी | 26 नवंबर 1990- 11 दिसंबर 1990 |
10 | टी.एन. शेषन | 12 दिसंबर 1990- 11 दिसंबर 1996 |
11 | एम.एस. गिल | 12 दिसंबर 1996- 13 जून 2001 |
12 | जे.एम. लिंगदोह | 14 जून 2001 – 7 फरवरी 2004 |
13 | टी.एस. कृष्णमूर्ति | 8 फरवरी 2004 – 15 मई 2005 |
14 | बी.बी. टंडन | 16 मई 2005 – 29 जून 2005 |
15 | एन. गोपालस्वामी | 30 जून 2005 – 20 अप्रैल 2009 |
16 | नवीन चावला | 21 अप्रैल 2009 – 29 जुलाई 2010 |
17 | एस.वाई. कुरैशी | 30 जुलाई 2010 – 10 जून 2012 |
18 | वी.एस. संपत | 11 जून 2012 – 15 जनवरी 2015 |
19 | एच.एस. ब्रह्मा | 16 जनवरी 2015- 18 अप्रैल 2015 |
20 | नसीम जैदी | 19 अप्रैल 2015 – 5 जुलाई 2017 |
21 | अचल कुमार ज्योति | 6 जुलाई 2017 – 22 जनवरी 2018 |
22 | ओम प्रकाश रावत | 23 जनवरी 2018 – 1 दिसंबर 2018 |
23 | सुनील अरोड़ा | 2 दिसंबर 2018 – 12 अप्रैल 2021 |
24 | सुशील चंद्रा | 13 अप्रैल 2021 – 14 मई 2022 |
25 | राजीव कुमार | 15 मई 2022 – 18 फरबरी 2025 |
26 | श्री ज्ञानेश कुमार | 19 फरवरी से आज तक |
निष्कर्षतः, इस आर्टिकल में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्तों से सम्बंधित सभी प्रमुख तथ्यों को शामिल करने का प्रयाश किया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों से सम्बंधित कोई भी अद्यतन जानकारी हमें प्राप्त होगी तो शीघ्र ही हम अपडेट करने का प्रयाश करेंगे।